Category: कविताएं
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शहीद दिवस २०२०
भारत में हर साल शहीद दिवस मनाया जाता है, इस दिन लोग स्वतंत्रता सेनानी और शहीद हुए सैनिकों को नमन करते हैं। भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को सलाम करतीं हुई कुछ पंक्तियाँ कलमकार इमरान संभलशाही द्वारा श्रद्धांजली स्वरूप समर्पित हैं। उनका था, आवाज़ दबाना इन्कलाबी नारो को मिटाना धधक रही थी, हर दिल में जब…
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तिनके का सहारा हो
डूबते हुए को यदि किसी तिनके का भी सहारा मिल जाता है तो वह खुद को संकट से उबर लेता है। हम सभी को भी एक दूसरे का सहारा बनकर हर एक संकट की घड़ी को भागा देना चाहिए। कलमकर अजय प्रसाद की यह कविता पढ़ें जो भाईचारे को कायम रखने की बात कहती है।…
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कोरोना वायरस से सामना- ५ कलमकारों के संदेश
१. कुंडलिया छंद- कोरोना भी कह रहा कोरोना भी कह रहा, बनो तुम समझदार।हाथ मिलाना छोड़कर, करो सब नमस्कार।करो सब नमस्कार, रहोगे स्वस्थ सदा तुम।छोड़ो खाना मांस, कोरोना भगे दबा दुम।कहे ‘नवल’ कविराय, हाथ पैरों को धोना।रखना सबकुछ साफ, डरेगा खुद कोरोना।। ~ नवल किशोर शर्मा ‘नवल’ (१७ मार्च २०२०) २. दोहा छंद- कोरोना की…
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वक्त की झुर्रियाँ
वक्त थमता नहीं है और न ही हमारी उम्र। यह हमेशा एक जैसा नहीं रहता इसलिए हमें अपनी ताकत व रूप रंग पर घमंड नहीं करना चाहिए। कलमकार पूनम भारती की कविता कहती है कि वक्त की झुर्रियों में सब छिप जाता है। वक्त की झुर्रियों में छुप जाएगी सारी जवानी कैसे इतराओगे तब खोकर…
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शहीदी दिवस- उनको याद करो
उनको भी याद करो जो लौट के घर को न आये, गांधी, बापू की धरती को, जिन्होने है जन्नत बनाये। उनको भी याद करो जो लौट के घर को न आये। बलिवेदी को परिणय वेदी, फांसी को वरमाला गाये। वे भी तो अपनी भरी जवानी में, देश को प्राण चढ़ाये। माँ चुनरियां धानी बनी रहे,…
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कोरोना वाइरस- अभिषेक भारद्वाज की ४ कविताएं
वर्ष २०२० के आरंभ से ही विश्व कोरोना वाइरस के संकट से जूझ रहा है, इसी मुद्दे पर कलमकार अभिषेक भारद्वाज अपने शब्दों के माध्यम से कुछ बातें बता रहे हैं। १. नमस्ते करो करना है तो करो नमस्ते, शेक हैंड मत “करोना” खाना में शाकाहार करो, मांसाहार मत “करोना” रोज करो तुलसी का सेवन,…
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मिलकर कदम बढ़ाना होगा
कलमकार राकेश कुमार कहते हैं हम सभी को मिलकर कदम बढ़ाना होगा और कोरोना को हराना होगा। मिलकर कदम बढ़ाना होगा कोरोना को हराना होगा आओ सामाजिक दूरी अपनाएँ घर आते ही हाथ-मुँह धोएँ न छुएँ नाक और मुँह तभी रहेगी स्वस्थ रूह रोज जलाओ घर में कपूर कोरोना नहीं आएगा घर में हूजूर आजकल…
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कोरोना तुम हार जाओगे
कलमकार अतुल जी का मानना है कि हम सब मिलकर कोरोना वायरस को हरा देंगे। कोरोना तुम हार जाओगे, हिंदुस्तान छोड़ तुम भाग जाओगे, हम न टूटे हैं, न टूटेगें, तुम हमेसा के लिए, खुली मौत पाओगे… कोरोना तुम हार जाओगे, दुःख की मटकी के तुम साथ जाओगे, कोई मुड़ के न देखेगा तुम्हें, तुम…
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बाहर जो आज कर्फ़्यू है
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देख भारत सरकार ने आज २२ मार्च २०२० को ‘जनता कर्फ़्यू’ का आवाहन किया है। सभी लोग अपने घरों में सीमित हैं। यही देख कलमकार इमरान संभलशाही ने इस माहौल को अपनी कविता में व्यक्त किया है। लोग अपने घरों में बैठ“कोरोना” पे चर्चा किए पड़े हैटीवी खोलकर न्यूजी…
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हे मातृ भूमि
मातृभूमि से सभी को लगाव रहता है। हर इंसान के मन में इस मिट्टी के प्रति आदर का भाव सदैव रहता है। कलमकारों कर्मवीर कौशिक की यह कविता भी उन्ही भावों को शब्दों में दर्शाती है। हे मातृ भूमि तेरे वीर सपूतों की गाथा मैं यूंहि गाऊंगा तेरी मिटटी मे जन्म लिया तेरा कर्ज मै…
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कोरोना जानकारी और सुरक्षा
कलमकार चुन्नी लाल ठाकुर कोरोना वायरस की जानकारी और सुरक्षा के उपाय अपनी इस कविता में बता रहें हैं कोरोना बना है अब वैश्विक माहमारी, सबको होनी चाहिए इसकी जानकारी। खाँसी, बुखार, थकान व साँस लेने में समस्या है इसके लक्षण, जिनसे रहना है हम सबको बचकर। अपनी व घर परिवार की सफाई का रखना…
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कोरोना तोहरा नी होना
कोरोना वायरस पर कलमकार खेमचन्द की यह कविता पढ़ें मची है जगत में कैसी हाहाकार सारी सुख सुविधाओं को कर दिया लाचार नाम है इसका वायरस कोरोना हाथों को तुम बार-बार धोना बड़ा खतरनाक जानलेवा है इसका विषाणु बचाव ही उपचार है बात सबको समझाणु कहाँ से आया होगा ये कोरोना वायरस का विषाणु विश्व…
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कोरोना वायरस का फैला है कहर
कोरोना वायरस बहूत तेजी से लोगों के बीच फैल रहा है और लोग इस घातक बीमारी से संक्रमित हो रहें हैं। कलमकार लाल देवेन्द्र की यह कविता इससे बचाव का संदेश दे रही है। कोरोना वायरस का फैला है कहर, पूरी दुनिया पर हुआ इसका असर। चीन देश से पहले हुआ यह प्रारंभ, चपेट में…
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कोरोना को भगायें
कोरोना बीमारी से आज विश्व परेशान है ऐसे में केवल सावधानी ही एक विकल्प है, इससे चिंतित कलमकार प्रीति शर्मा का संदेश इन पंक्तियों में पढ़ें। स्वच्छता को अपनायें कोरोना को भगायें। धोए हाथ बार-बार, जीवन को कीटाणु मुक्त बनायें। स्वच्छता को अपनायें। कोरोना को भगायें। ना मिलाए हाथ , एक दूसरे से। हाथ जोड़कर…
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दमघोंटू शैतान- कोरोना
कोरोना वायरस की बीमारी और संकट से चिंतित कलमकार इमरान का संदेश इन पंक्तियों में पढ़ें। क्या कभी सोचा था कोई वो आयेगा और सभी को सभी से दूर ले जाएगा लोग डरेंगे अपनों से मिलते हुए सुघेंगे नहीं देख फूलों को भी खिलते हुए लोग दूर दराज से आए अतिथियों का सत्कार नहीं अपकार…
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कोरोना: जन-जागरूकता
कोरोना महामारी जैसे विकराल संकट से चिंतित कलमकार प्रभात कुमार का संदेश इन पंक्तियों में पढ़ें। हे देशवाशियों यह कोरोना बीमारी नही महामारी है, इससे निपटने की केवल सरकार की नही अपनी भी जिम्मेदारी है| बिना जरूरी निकले न घर से यह जनहित मे जारी है, चीन ने इसको कन्ट्रोल किया अब अपनी भी बारी…
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प्रेम गीत गाता कैसे
जीवन में किसी खास के आगमन से हममें बहुत परिवर्तन हो जाता है। कलमकार मनोज कुमार लिखते हैं कि यदि तुम न होते तो मैं प्रेम के गीत भला कैसे गुनगुनाता। तुम न होते तो प्रेम गीत गाता कैसे, शब्दों से आशिक़ी लगाता कैसे, होश में हूँ ये बताता कैसे, नाम अपना प्रेम कवि बनाता…
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बिहार दिवस
मेरा बिहार मेरी शान है, मेरा बिहार मेरी शान है। ये गणतंत्र की पहचान है जन्मभूमि है ढेरों वीरों की, यहाँ ‘शुन्य’ का हुआ अनुसन्धान है। साहित्य का उद्गम है ये, विद्या ग्रहण का मुख्य स्थान है। हर कार्य में अग्रणी, प्रकृति का वरदान है। ये बिहार मेरी शान है।। ये बिहार मेरी शान है।।…