हम सब हैं आधे-अधूरे

हम सब हैं आधे-अधूरे

फिल्म अभिनेत्री तमन्ना भाटिया को भी लिखना पसंद है। उन्हें कवितायें बहुत पसंद हैं और कई ख़ास मौकों पर अपने विचारों और भावों को वे लिखतीं हैं। सोशल मीडिया पर उन्होने अपनी यह कविता साझा की थी – हम सब हैं आधे अधूरे।

हम सब हैं आधे अधूरे,
सब हासिल करना चाहे, फिर पाके आप ही पछताए।
ना पाना भी नहीं आए रास,
यही तो बनाता हैं इंसान को ख़ास।

जीत ले जो हर बाज़ी,
अगली शिखर को क्यों ढूंढता है,
टूटता है, तोड़ता, मरोड़ता है,
इस आदत क्या बदल पाएगा कभी,
अपनी इस पहेली को सुलझाएगा कभी।

आओ बताऊँ मैं इसका उपाय,
खुल जाए यह राज़, जब रूह राज़ी हो जाए।

~ तम्मना भाटिया
साभार: Twitter/@tamannaahspeaks – Shared on May 10, 2019

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