वैलेंटाइन वीक- इमरान संभलशाही के विचार

वैलेंटाइन वीक- इमरान संभलशाही के विचार

कलमकार इमरान संभलशाही जी ने ‘वैलेंटाइन वीक’ की व्याख्या अपनी कुछ कविताओं के माध्यम से की है। आइए उनके विचार पढ़ें-

वैलेंटाइन डे

वेलेंटाइन मैंने तुम्हें
देखा है ऐसे
फिर सोचा है ऐसे
और तब जाकर चाहा है ऐसे

जैसे कोई
बरसींग की फसल उगाकर
बार बार अपनी हंसिए से काटता है
मैं बार बार कटने से बार बार उग आता हूँ
बार बार कटना व हर बार उगने के
इस दौर के अंत मे
अगली फसल उगाने के लिए
ढेर सारा बीज भी दे जाता हूँ

फिर कभी बोवोगी मुझे मिट्टी में
तो मैं पुनः उग आऊँगा


किस डे

मेरे अधर सदा तरसते
वतन की मिट्टी, चुम्बन ख़ातिर
सरहद पर ही डंटा हुआ हूँ
शांति सदा हो, तन मन ख़ातिर

कहीं आग तो कहीं प्रलय है
कहीं जलमग्न-आँचल पसरा
माँ प्रेम से जब चुम्बन करती
टल जाती है जगत का खतरा

प्रेम की भाषा घनानन्द की
मांसलता से, लगा हुआ है
शाश्वत चुम्बन सम्पूर्ण जगत में,
बिला वजह ही भगा हुआ है

जिन अधरों में अश्लील भाव है,
वो केवल है सदा त्याज्य
जिस चुम्बन में पाक भाव हो
वही जहाँ में सुख का भाग्य

चुम्बन दिवस को दान करो
ताकि भूखों का भूख मर जाए
प्रेम से मस्तक का बोसा पाकर
घबराहट भी, भग डर जाए

धरती माँ के अमर सपूतों
माँ आँचल को न रौदो तुम
प्यासों ख़ातिर मरुभूमि में
सुख का कुआँ ही खोदो तुम

लता की चुम्बन याद करो तुम
जो आजीवन ही साथ निभाती
अमर प्रेम को न्योछावर कर
दरख़्त लिपटकर ही मर जाती

धन्य मनाओ धरा पर हमने
दयाभाव का प्रेम भी गाए
माँ आँचल की दुनिया मे ही
ममता पाकर हिल डुल पाए


टेडी डे

डिअर टेडी लाऊँगा, रहना अपने द्वार
दारू ससुर पिए रहें, तब करना इक़रार।

मुखड़ा घूँघट में करके, रखना लाल रुमाल
खतरा कोई लेना न, ढक के रखना गाल।

कहीं से अब्बा दिखै न, ठीकै रखना चाल
ताकि अफरातफरी में, भाग जाय उहि पार।

टेडी मूल अइसेन हो, धन के बदले प्यार
उल्टा पुल्टा स्थिति में, तनिक न हो तकरार।


चॉकलेट डे

जेब बाप का काटकर, पैसा लिया चुराय
लैला को खत भेजकर, संगम लिया बुलाय।

चाकलेट डे नसीब हुई, पहुंचा मुँह फैलाय
लिया चुराए नोट से, झट से दिया थमाय।

खाई खूब चपर चपर, तनिक नही शरमाय
अपनी टांग पसारकर, हमको मुँह बिचकाय।

समय नौका विहार का, जब बैठी बल खाय
संगम के मझधार में, कहाँ कहाँ न जाय।

घर पहुच संझा तलक, सारा माल लुटाय
चद्दर ओढ़े सो गया, डर बाप नआ जाय।


प्रॉमिस डे

प्रॉमिस है कि
हम साथ ज़मीन की पगडंडियों से लेकर
जन्नत की मख़मली राह तक निभाएंगे
भले ही जन्नत नसीब न हो 

जीवन की खुशियों से लबरेज़ करेंगे
भले ही खुशियाँ नसीब न हो
कभी हम दुख नही देंगे और 
सदा प्यार करेंगे
भले ही दुःखो की जंजालों से
कभी निकल न पाएँ
व प्यार देने के काबिल न रहें

यह भी प्रॉमिस है प्रिये,
हम जल्द गगन तले मुलाकातों को
बंधन में बदल देंगे
भले ही हमारी राहों में काँटों भरी अड़चनें गतिमान हों
सुख दुख दोनों परिस्थितियों में साथ निभाएंगे
भले यहाँ उम्र कम पड़ जाए

याद करो, उन झरनों को
याद करो, उन फुहारों को
याद करो, उन मौसमे सर्द को
याद करो, उन शीतल पवनों को
याद करो, उन मूसलाधार बारिशों को
याद करो, उन गुनगुनी धूपों को
याद करो, उन बासंती ऋतुओं को
याद करो, उन भौरों के संगीतों को
याद करो, उन बादलों की बरसात को
याद करो, उन कोयलों की कूक को
याद करो, उन सुंदर सपनो को
याद करो, उन अर्धरात्रि के टिमटिमाते तारों को
याद करो, उन चांदनी काली रातों को
याद करो, याद करो, याद करो,
हाँ, सब याद करो..

हे प्रिये, यही सब तो दूँगा तुम्हे..
जीवनपर्यंत साथ निभाते हुए


हग डे

मैं तुन्हें हग करना चाहता हूँ
मांसल प्रेमियों की
मादक खुश्बुओं की तरह नही
वरन, हरेपन में हरे दरख्तों की तरह
रात को दिन ब दिन को रात में ढकने की तरह
माँ की दुआवों व दयामयी आँचल की तरह
भूखों को खाना व प्यासों को पानी पिलाने की तरह
कड़ी धूप में छाए की तरह
बाग़ में फलदार बृक्षों की तरह
प्रवाहमान सतत गंगा की तरह
व हमेशा ख़ुदा के नेमतों की तरह
ज़िंदगी भर के लिए हग करना चाहता हूँ प्रिये.


प्रपोज डे

बाद  झलक भर  देखने के, याद उसे हर रोज़ किया
सुख़न  ख़यालों में जिया, बुरी  शय ज़मींदोज़ किया
मैंने  देखा तो वो भी देखी, सूरजमुखी सी देखती रही
सूरज सा वैलेंटाइन होकर, पहली  तरह प्रपोज़ किया

हो जाने पर चाँद बनी और खिल गयी चांदनी रात
दिल-आंगन में प्रेम का बादल व बरस गई बरसात
धक धक करता दिल जितनी भी उतनी झरती झरने
मादकपन में हिल डुलकर संग सिल गई जज़्बात


रोज़ डे

हर रोज़, रोज़ डे समझ रोज देना चाहता हूँ
पूरे सप्ताह जायकेदार भोज देना चाहता हूँ
कुबूल कर लो, इस इल्तिज़ा को राहे नज़र
सुबहो शाम, दिन व रात मौज़ देना चाहता हूँ

ज़िन्दगी भर हर दफ़ा, तुम्हे मौज़ देता हूँ
और ख़्वाब में रोज, रोज़, हर रोज़ देता हूँ
मिला नसीब है, वैलेंटाइन का पहला रोज़, तो
“रोज डे” को मुस्कुरा, मुहब्बतन रोज देता हूँ


Valentine’s Week Calendar

Rose Day – February 7
Propose Day – February 8
Chocolate Day – February 9
Teddy Day – February 10
Promise Day – February 11
Hug Day – February 12
Kiss Day – February 13
Valentine’s Day – February 14

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